B.Ed Teacher Good News: उत्तर प्रदेश के पारषदीय विद्यालय में कार्यरत बीएड डिग्री धारी शिक्षकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर मिली है शिक्षा विभाग इन शिक्षकों की नौकरी को सुरक्षित रखने के लिए 6 महीने का विशेष ब्रिज कोर्स शुरू करने वाली है यह कोर्स राष्ट्रीय मुक्त विद्यालई शिक्षा संस्थान के माध्यम से ऑनलाइन आयोजित होने वाला है शासन की ओर से इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की विस्तृत समय सारणी जारी हो गई है।
बीएड शिक्षकों को करना होगा यह कोर्स
बेसिक शिक्षा विभाग के उप सचिव आनंद कुमार सिंह द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के पालन में बीएड प्रशिक्षण अर्हता प्राप्त सभी शिक्षकों को प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के रूप में अपनी नियुक्ति बनाए रखने के लिए 6 महीने का यह कोर्स करना अनिवार्य होगा प्राथमिक शिक्षको को शिक्षा ब्रिज कोर्स पूरा करना आवश्यक है यह कोर्स राष्ट्रीय मुक्त विद्यालई शिक्षा संस्थान (NIOS)द्वारा संचालित किया जाने वाला है बीएड प्रशिक्षण अहर्ता के आधार पर ही शिक्षक 1 नवंबर से 15 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं जारी कार्यक्रम के अनुसार विशेष प्रशिक्षण सत्र दिसंबर 2025 से शुरू होकर 30 मई 2026 तक चलने वाला है।
B.Ed डिग्री धारकों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश से मिली राहत
सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही कक्षा 1 से 5 तक के विद्यालयों में पढ़ाने के लिए बीएड डिग्री को मान्य नहीं किया था कोर्ट के इस फैसले के बाद प्रदेश के हजारों शिक्षकों की नौकरी पर खतरा मंडराने लगा था हालांकि हाल ही में 69,000 शिक्षक भर्ती मामले में लगभग 30,000 बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों को राहत देते हुए कोर्ट ने 6 महीने का ब्रिज कोर्स करने की अनुमति प्रदान की है इस कोर्स को पूरा करने के बाद ही बीएड शिक्षक विशेष बीटीसी के समकक्ष योग्यता प्राप्त कर सकेंगे और उन्हें प्राथमिक शिक्षक पद के लिए योग्य मान लिया जाएगा कोर्ट का यह फैसला B.Ed डिग्री धारकों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है।
प्राथमिक शिक्षक पद के लिए केवल डीएलएड ही होगा मान्य
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार कक्षा 1 से 5 तक के विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए अब केवल 2 वर्षीय डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन को ही मान्यता दी जाएगी B.ed को इस स्तर पर मानता नहीं दी जाएगी जिससे बड़ी संख्या में बीएड उम्मीदवारों को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि 69000 भर्ती में अधिकतर बीएड अभ्यर्थियों का ही चयन किया गया था अब इन सभी शिक्षकों को 6 महीने का ब्रिज कोर्स करना होगा इस कोर्स को कराकर प्राथमिक शिक्षक पद के लिए इन्हें योग्य बनाया जाएगा आने वाले वर्षों में प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए डीएलएड और आईटीईपी (इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम) को ही मान्य कोर्स माना जाएगा वर्ष 2030 के बाद केवल आईटीईपी के माध्यम से ही शिक्षक बनने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा।