B ed Eligible for Primary Teacher: बीएड धारकों के लिए बड़ी खुशखबरी सरकार देने वाली है अब सरकार द्वारा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) का एनसीटीई अधिनियम 2025 तैयार हो गया है इसके जारी होने के बाद B.Ed डिग्री वाले अभ्यर्थियों को प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने का अवसर मिल जाएगा इस बदलाव के बाद देशभर की शिक्षा भर्ती प्रणाली में एक ऐतिहासिक परिवर्तन देखने को मिलेगा।
बीएड अभ्यर्थियों को ख़ुशखबरी
एनसीटीई के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया है कि अगर यह बदलाव लागू किया जाता है तो यह बीएड धारकों के लिए बड़ी राहत साबित करेगा उम्मीदवारों ने दो वर्ष, तीन वर्ष या 4 वर्ष का B.Ed कोर्स किया है सभी को प्राथमिक स्तर पर पढ़ाने का अवसर मिलेगा। यह बदलाव न केवल बीएड धारकों को राहत देगा बल्कि देश की प्राथमिक शिक्षा प्रणाली को भी मजबूत करेगा।
अधिनियम के द्वारा हो जाएगा बड़ा बदलाव
NCTE फरवरी 2025 में इसकी प्रक्रिया लागू करने की तैयारी में है इसके अनुसार B.ED धारकों को शिक्षक की मान्यता दी जा सकती है इससे पहले केवल डीएलएड, बीटीसी, बीएसटीसी जैसे डिग्री वाले उम्मीदवारों को इसके लिए पात्र माना जाता था अगर NCTE अधिनियम 2025 जारी हो जाता है तो लाखों अभ्यर्थियों के लिए एक अच्छा मौका होगा और शिक्षकों की कमी काफी हद तक दूर हो जाएगी इस बदलाव के बाद से केवल बीएड अभ्यर्थी को ही लाभ नहीं होगा बल्कि देश की शिक्षा प्रणाली भी मजबूत हो जाएगी।
प्रस्ताव के लिए शिक्षा मंत्रालय की मंजूरी आवश्यक
इस समय 2014 के नियम के अनुसार बीएड वालों को उच्च प्राथमिक (कक्षा 6 से 8 तक) और माध्यमिक स्तर में पढ़ने की अनुमति है नए नियम जारी होने के बाद बीएड उम्मीदवार कक्षा 1 से 5 तक को भी पढ़ पढ़ाने के लिए पात्र माने जाएंगे लेकिन अभी यह प्रस्ताव पास नहीं हुआ है इसके लिए पहले शिक्षा मंत्रालय की मंजूरी होना आवश्यक है। सरकार 2026 से बीटीसी, डीएलएड, बीएसटीसी और जेबीटी जैसे पुराने कोर्स को समाप्त करने जा रही है और उनके जगह पर एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (ITEP) को शुरू किया जाएगा इसका लक्ष्य 2030 तक रखा गया है जिसमें एक समान शिक्षक प्रशिक्षण व्यवस्था को देश भर में शुरू किया जाएगा।
शिक्षा के क्षेत्र में नया अध्याय की शुरुआत
शिक्षा के क्षेत्र में अच्छी गुणवत्ता के लिए सरकार ने शिक्षक भर्ती की नई नियमावली 2025 लागू करने जा रही है इसके अनुसार अब B.ed धारकों को सर्वप्रथम आवेदन की अनुमति दे दी है इस नियमावली से शिक्षकों के लिए अधिक मौका मिल सकेंगे और शिक्षा के स्तर में सुधार होगा। आने वाले समय में शिक्षक प्रशिक्षण को और भी आधुनिक और एकीकृत बनाया जाना है जिससे एक ही डिग्री के बाद शिक्षक सभी स्तरों पर पढ़ा सके इस कदम को नई शिक्षा नीति 2020 के लिए एक बड़ा सुधार माना जा रहा है जिसके बाद से एनसीटी और शिक्षा मंत्रालय के बीच कई बार चर्चा हो चुकी है जैसे शिक्षक शिक्षा नियम 2025 के रूप में माना जाएगा।इस नियम के बाद सुझाव और आपत्तियां मांगी जानी है अगर यह प्रस्ताव मंजूर होता है तो पूरे देश में 2224 शिक्षक संस्थानों को फिर से शुरू किया जाएगा ।